Rules for happy life

जिंदगी बहुत छोटी है लेकिन हम इस बात को कभी स्वीकार नहीं करते और यही कारण है कि हम अपने जीवन का बहुत सारा हिस्सा व्यर्थ की कार्यों में गवां देते है, बेवजह के तनाव, ईर्ष्या, नफरत, क्रोध, भय, लोभ, और मोह जैसी चीजों में पढ़कर अपना बहुमूल्य जीवन नष्ट किये जा रहे हैं I अपने खूबसूरत जीवन को कुछ अपनी वजह से तो कुछ दूसरों की वजह से बदसूरत बना रहे हैं, आज न हमें अपनी परवाह है और न अपनों की, समाज और राष्ट्र के परवाह की बात करना तो बेमानी ही होगी I
हमें अपने जीवन के अहमियत को समझना चाहिए और इस जीवन को सार्थक बनाने का निरंतर प्रयास भी करते रहना चाहिए , ईर्ष्या और नफरत भरे विचारों से खुद को आजाद करने का प्रयास करते रहना चाहिए, स्वयं के उत्थान के साथ साथ समाज और राष्ट्र के उत्थान का भी निरंतर पारस करते रहना चाहिए I
अपने विचारों को सकारात्मक रखते हुए अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करते हुए निरंतर अपना मूल्यांकन करते रहना चाहिए, अपने विचारो, अपने रिश्तो तथा अपनी आदतों को समय समय पर जांचते रहना चाहिए और जहाँ सुधार और बदलाव की आवश्यकता हो वहां बदलाव करते रहना चाहिए I